तेरे दामन में जो मैं घाव छिपा आया था ----होना ये चाहिए---
तेरे दामन से जो मैं घाव ले के आया था----
क्योंके --- हम किसी को घाव दे ही नहीं सकते ---लोग हमे घाव देते हैं---फ़ितरत फ़ितरत का फ़र्क़ होता है
बहुत सुन्दर सोच
बहुत सुन्दर रचना
बहुत सुन्दर संगीत
अति सुन्दर अदायगी
5 years ago
तेरे दामन में जो मैं घाव छिपा आया था ----होना ये चाहिए--- तेरे दामन से जो मैं घाव ले के आया था---- क्योंके --- हम किसी को घाव दे ही नहीं सकते ---लोग हमे घाव देते हैं---फ़ितरत फ़ितरत का फ़र्क़ होता है बहुत सुन्दर सोच बहुत सुन्दर रचना बहुत सुन्दर संगीत अति सुन्दर अदायगी
5 years ago
Very aptly scripted,modulated voice. OVATIONS.
5 years ago
Very aptly scripted,modulated voice. OVATIONS.
5 years ago
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5 years ago
Good one.... Keep it up